bahut badiya ...kabhi aansuon ka sailaab,kabhi har kisi ki suni,to kabhi ek ankahi kahani hu mai..bahut khoob...
सच ही कहा है ये ही तो है एक नारी का मन
हर औरत की कहानी। बहुत खूब। बधाई शिवलिका।
हर इंसान अपने आप में एक कहानी है .... बहुत खूब लिखा है ...
बहुत ही सुन्दर शब्द रचना ।
बहुत सुन्दर और लाजवाब रचना लिखा है आपने! बधाई!मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
bahut badiya ...
ReplyDeletekabhi aansuon ka sailaab,
kabhi har kisi ki suni,
to kabhi ek ankahi kahani hu mai..
bahut khoob...
सच ही कहा है ये ही तो है एक नारी का मन
ReplyDeleteहर औरत की कहानी। बहुत खूब। बधाई शिवलिका।
ReplyDeleteहर इंसान अपने आप में एक कहानी है ....
ReplyDeleteबहुत खूब लिखा है ...
बहुत ही सुन्दर शब्द रचना ।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और लाजवाब रचना लिखा है आपने! बधाई!
ReplyDeleteमेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/