Indus

Thursday, September 9, 2010

दिल की हर बात सुनाने को दिल करता है

दिल की हर बात सुनाने को दिल करता है
हर पल आज मुस्काने को दिल करता है
कुछ सुनने को तुमसे औ कुछ सुनाने को दिल करता है
पर ये शब्द अहसासों को कहा बयान कर सकते है
ये कलम लिखती है बस इसे चलने का दिल करता है
दुनिया का गम भुलाकर फिरसे एक बार
मुस्कराहट बिखराने का दिल करता है
बहुत हसीं है मौसम और प्यारी है जमीन
दूर तक नीला आसमान बस परियो की कमी है
उड़ कर ऊपर बादलो को छूने का दिल करता है

No comments:

Post a Comment