Indus

Thursday, September 16, 2010

सोचा नहीं था

सोचा नहीं था के एक दिन मैं
अपनी रचनाये सबको सुनाउगी  


अपने जीवन का हर सपना
सबको लिख के पड़ाउगी

हर पल अपने में जीने वाली
मैं सबसे यूँ मिल जाउगी

अपने जीवन का हर अनुभव
सबको यहाँ बताउगी

11 comments:

  1. ब्लोगिरी में आपका स्वागत है!
    जी हां, यही आकर्षण है ब्लोगिंग का के जो मन में आये उन्मुक्त भाव से लिखिए.... वो भी फ्री!!! फ्री!!! फ्री!!!
    खुदा आपके अल्फाजों और अहसासों को परवाज़ दे!
    आशीष
    --
    बैचलर पोहा!!!

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  2. वाह! बहुत बढ़िया लगा! छोटी सी सुन्दर और शानदार रचना के लिए बधाई!

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  3. ब्लॉग परिवार में स्वागत है आपका!

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  4. शिवालिका सब से पहले तो ब्लाग शुरू करने के लिये बधाई क्योंकि मैने पहली बार ये ब्लाग देखा है। दूसरा तुम्हारा नाम बहुत अच्छा लगा क्योंकि मैं शिवालिक एवेन्यू मे रहती हूँ इस तरह मेरी कालोनी से जुड गयी हो। बहुत अच्छा लिखती हो इसे जारी रखो। बहुत बहुत आशीर्वाद।

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  5. शिवालिका ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है ! अपने अनुभव बाँटिये ! थोडा वर्तनी का ध्यान रखियेगा ! बहुत बहुत बधाई

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  6. Nirmala Jii aapne mujhe khud se joda mere liye ye bahut badi baat hai
    Bahut Bahut Dhanyavaad

    Mridula Jii mujhe khud shabdo me pirone ki kalaa nahi aati bas koshish karti hoon or ab yahaa blog me aap sabko padana start kiya hai

    Thanx Usha Jii main bahut simple hoon koshish karungi ke apni vartani ka dhyan rakhu par agar koi mistake ho aap use sahi karke bataa dijiyega aapki bahut meharbaani hogi

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  7. अपने दिल के जज्बातों को कलाम पर उतारना बहुत अच्छा होता है ....
    ऐसे ही लिखते रहें .....

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  8. bhavo kee abhivykti nihayat aavshyak hai madhym koi bhee ho.......
    keep it up...

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