Indus

Tuesday, November 30, 2010

तो चले जाना

जरा हंस लूं फिर चले जाना
मुस्का लूं तब चले जाना
गुजरे कल को भुला लूं तो चले जाना
प्यार किया था ये भूल जायू तो चले जाना
मज़बूरी है ये तेरी मालूम है मुझे
बस इक पल तुझे अपना बना लूं फिर चले जाना
मेरे प्यार को तू समझ जाये तो चले जाना

4 comments:

  1. मेरे प्यार को तू समझ जाये तो चले जाना
    yahi तो mushkil bat kah di apne

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  2. ारे तो जाने ही क्यों दे रहे हो? सुन्दर अभिव्यक्ति।

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  3. बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति|

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  4. फ़िर भी शायद हसरत रह जाए ! छोटी पर सुन्दर ! बधाई !मैं आप्को फ़ोलो कर रहा हूं ! कृप्या म्रेरे ब्लोग पर आ कर फ़ोलो करें व मर्ग प्रशस्त करे !

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